Saturday, 10 May 2014

कार्य कारिणी बैठक दिनांक 3.1.2014 का अनुमोदित विवरण


पूर्व विद्यार्थी संघ

विद्याभवन पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, उदयपुर 

कार्यकारिणी बैठक दिनांक 3.1.2014 का कार्रवाही विवरण

(दिनांक 25.3.2014 की बैठक में अनुमोदित)

            दिनांक 03.01.2014 को सांय 06.00 बजे विद्याभवन पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी संघ की कार्यकारिणी की बैठक श्री बी.एल.मंत्री साहब के निवास स्थान पर रखी गई जिसमें संघ के निम्न सदस्य उपस्थित हुए -

01.     श्रीमान् बी.एल.मंत्री सा.      -                       संस्थापक
02.     श्रीमान् अनिल मेहता         -                       संरक्षक एवं प्राचार्य
03.    श्रीमान् ज्ञानप्रकाश सोनी     -                       अध्यक्ष
04.     श्रीमान् समर्थ सिंह बाबेल   -                       उपाध्यक्ष
05.     श्रीमान् जयप्रकाश श्रीमाली -                       महासचिव एवं संरक्षक
06.     श्रीमान् अशोक जैन           -                       सचिव
07.     श्रीमान् गोपेश शर्मा                        -           सूचना एवं सम्पर्क सचिव   

            बैठक में सर्वप्रथम दिनांक 07.05.2013 को सम्पन्न हुई कार्यकारिणी बैठक के मिनिट्स संघ के महासचिव द्वारा पढ़े गये जिन पर बिन्दुवार क्रियान्विति की स्थित की चर्चा कर सभी की सहमति से अध्यक्ष महोदय द्वारा मिनिट्स को पारित किया गया ।  अन्य निर्णय निम्न प्रकार से लिये गए -

1.            संघ के संरक्षक एवं प्राचार्य महोदय  श्री अनिल मेहता ने कहा कि दिनांक 07.05.2013 को सम्पन्न हुई कार्यकारिणी बैठक के मिनिट्स के बि न्दु   3, 47,  जिसमें तृतीय वर्ष के छात्रों द्वारा सह सदस्यता शुल्क व स्नेह मिलन समारोह में सहयोग राशि जमा करने तथा इन्हीं विद्यार्थियों को संघ के आजीवन सदस्य बनाने हेतु महाविद्यालय छोड़ते समय संघ कार्यालय में सम्पर्क करने हेतु नो ड्यूज सर्टीफिकेट पर संघ के महासचिव से भी हस्ताक्षर करवाने की प्रक्रिया तथा महासचिव के वर्तमान कक्ष को स्वयं के उपयोग के साथ साथ इस संघ का कार्यालय बनाने और इस हेतु कक्ष के बाहर संघ के कार्यालय की एक नामपट्टिका लगाने के संबंध में उनकी राय में विद्याभवन सोसायटी को जानकारी दी जानी चाहिये । यह निर्णय हुआ कि यह कार्रवाही वे अपने स्तर पर करेंगे ।

2.            संघ के विधान की धारा 06 पृष्ठ संख्या 04 में संघ की सह सदस्यता निर्धारित शुल्क जमा कराने के पश्चात् दिए जाने का प्रावधान है परन्तु उपनियम (2), (2) में निर्धारित शुल्क का उल्लेख नहीं है । इस संदर्भ में यह निर्णय लिया गया कि संस्था के किसी भी संकाय में अंतिम वर्ष के विद्यार्थी मात्र रू. 200/- निर्धारित शुल्क जमा करा कर संघ के सह सदस्य बन सकेंगे । यह निर्धारण उप नियम (2), (2) को तालिका में क्रम संख्या (4) पर दर्शा दिया जायेगा। जो विद्यार्थी सीधे आजीवन सदस्य बनेंगे  उनसे सह सदस्यता शुल्क 200/- नहीं लिया जायेगा । इस प्रावधान को आगामी साधारण सभा में जानकारी हेतु प्रस्तुत करने का भी निर्णय हुआ ।

3.           गत बैठक दिनांक 7.5.2013 (बिंदु -02) में यह निर्णय हुआ था कि 1988 बैच से प्राप्त 42,000/- रूपये से आजीवन सदस्यता शुल्क, स्मृति चिन्ह आदि का व्यय कर शेष बचत से महाविद्यालय में ग्लास बोर्ड लगवाए जावें । किंतु सदस्यता शुल्क के अलावा स्मृति चिन्ह व स्नेहभोज में अधिक व्यय हो जाने से मात्र 16,000 रू. ही बचने के कारण यह निर्णय लिया गया कि पूर्व बचत में से रू. 4000/- मिला कर रू. 20,000/- के दो ग्लास बोर्ड संस्था में लगवाए जावें ।

4.             संघ के पिछले तीन साल का लेखा-जोखा संस्थापक श्रीमान् बी.एल. मंत्री के कार्यालय में संधारित किया जाना तय हुआ। इस कार्य को एक माह में पूर्ण कर लिया जायेगा। यह व्यवस्था इस वर्ष के मई माह तक रहेगी ।

5.             संघ की टेलिफोन निर्देशिका एवं सोविनियर के संदर्भ में एक आवश्यक बैठक 01.02.2004 को आयोजित करना तय किया गया ।

6.            आजीवन सदस्यता का आवेदन फार्म बनाना तय किया गया ।

7.            बैंक में लेन-देन हेतु नए पदाधिकारियों को अधिकृत करने की प्रक्रिया को मई 2014 के पश्चात् पूर्ण करना तय किया गया ।

8.           यह जानकारी मिली कि विद्याभवन सोसायटी ने अपने संशोधित विधान में सोसायटी की विभिन्न संस्थाओं के विधिवत चल रहे पूर्व विद्यार्थी संघों से एक एक प्रतिनिधि कार्यकारिणी में नामित करने का प्रावधान किया है । यह प्रस्ताव इस संघ द्वारा प्रस्तावित किया गया था अतः यह प्रावधान करने के लिये सोसायटी की सराहना करते हुए श्रीमान् बी.एल. मंत्री सा. को इस संघ का प्रतिनिधित्व करने के लिये विद्याभवन सोसायटी की कार्यकारिणी हेतु नामित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया ।

अन्त में बैठक धन्यवाद के साथ सम्पन्न हुई। 

दिनांक  25.3.2014 की बैठक में सर्व सम्मति से अनुमोदन किया गया ।
ह0 अध्यक्ष

 

आपकी मातृ संस्था


आपको यह जान कर प्रसन्नता होगी कि जो संस्था सन् 1956 में, एक विषय - सिविल एवं रूरल इंजिनियरिंग, में 20-25 विद्यार्थियों को डिप्लोमा प्रदान करने की  क्षमता से प्रारंभ हुई, आज पाँच विषयों - सिविल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रोनिक्स, कम्प्यूटर साइंस और इन्फॉरमेशन टैक्नोलॉजी में तीन वर्षीय डिप्लोमा प्रदान करती है ।  अभी यहाँ शैक्षिक व गैर शैक्षिक कुल कर्मचारियों की संख्या 65 है ।

इसके अलावा "पॉलिमर साइंस एवं रबर टैक्नोलॉजी" में डेढ़ वर्षीय पोस्ट डिप्लोमा कोर्स भी यहाँ पर  उपलब्ध है । देश में यह पहला ऐसा कोर्स है जिसमें डिप्लोमा व डिग्री धारी, दोनों ही प्रवेश ले सकते हैं। यह भी महत्वपूर्ण यह है कि इस पाठ्यक्रम को उद्योग व शिक्षा जगत की भागीदारी में सफ़लतापूर्वक संचालित किया जा रहा है ।

मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार,  के सहयोग से पॉलिटेक्निक के माध्यम से समुदाय विकास (community development through polytechnic) का एक कार्यक्रम भी यहाँ संचालित हो रहा है ।

वर्तमान में प्रतिवर्ष करीब 250 विद्यार्थी यहाँ प्रवेश लेते हैं और कई प्रतिष्ठित कंपनियाँ, जैसे लार्सेन एंड टबरो, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन, टाटा मोटर्स, जे पी ग्रूप, बिरला सीमेंट, जे के लक्ष्मी सीमेंट, बिनानी सीमेंट, आदित्य बिरला सीमेट, भारत संचार निगम, हिंदुस्तान ज़िक, जे के टायर, सिंप्लेक्स, सिक्योर मीटर्स, रिक्को,  भारतीय रेल, आदि  के अलावा सार्वजनिक निर्माण, जलदाय और जल संसाधन विभाग, राजस्थान सरकार आदि में यहाँ से उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों का चयन हुआ है ।

भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने इस पॉलिटेक्निक को
BEST POLYTECHNIC AWARD
प्रदान किया है ।