विद्याभवन
पॉलिटेक्निक के पूर्व विद्यार्थी आपस में अपना संपर्क यहाँ से पढ़ाई छोड़ने के बाद
भी जारी रख सकें,
एक दूसरे के काम आ सकें और अपनी संस्था से भी जुड़े रहें इस उद्देश्य से यह पूर्व विद्यार्थी संस्था कार्यरत है । इस
संस्था का एक उद्देश्य यह भी है कि इसके सदस्य आपस में विचार विमर्श कर सामाजिक
सेवा और अपनी मातृ संस्था के विकास में भी अपना योगदान कर सकें ।
यह पॉलिटेक्निक पहले विद्याभवन रूरल इंस्टीट्यूट का सिविल इंजीनियरिंग विभाग कहलाता था जिसका प्रथम बैच सन् 1959 में निकला था । प्रथमतः सन् 1967 में यहाँ के पूर्व विद्यार्थियों की एक संस्था की आवश्यकता महसूस हुई जिसके गठन में उस समय रहे प्राध्यापक व द्वितीय बैच (1960) के पूर्व छात्र श्री बी एल मंत्री, प्रथम बैच के छात्र श्री शांतिलाल गोदावत, रोशन लाल देवपुरा आदि अग्रणी रहे और इसमें संस्था के प्रथम प्राचार्य श्री सी एस एल अग्रवाल का पूरा सहयोग रहा । उस समय इस संस्था का नाम "पूर्व छात्र संघ" था । बाद में सहशिक्षा प्रारंभ होने पर इसका नाम "पूर्व विद्यार्थी संघ" किया गया और सन् 2015 में सहकारी संस्थाओं के रजिस्ट्रार के कार्यालय में पंजीकरण की आवश्यकता देखते हुए यह नयी संस्था "पूर्व विद्यार्थी संस्था, विद्याभवन पॉलिटेक्निक कॉलेज, उदयपर" के नाम से बनाई गई है जिसका पंजीकरण पत्राचार में है ।
इस
बैव साइट के सृजन का उद्देश्य यह है कि आप संस्था की गतिविधियों
से परिचित रहें और अपनी बात, सुझाव और टिप्पणियाँ प्रेषित कर
सकें ।
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