Saturday, 6 June 2015

नवीनीकृत सेमीनार हॉल का उद्घाटन संपन्न


विद्याभवन पॉलिटेक्निक भवन के नवीनीकृत सेमिनार हॉल का उद्घाटन दिनांक 9.5.2015 के स्थापना दिवस समारोह के दौरान समारोह के मुख्य अतिथि एवं विद्याभवन सोसायटी के अध्यक्ष श्री रियाज़ तहसीन के कर कमलों से संपन्न हुआ । इस अवसर पर उन्होंने पूर्व छात्र संस्था की इस प्रकार की गतिविधियों की सराहना की और इस क्रम में और भी अधिक काम करने की आवश्यकता जताई ।
विद्याभवन पॉलिटेक्निक भवन के सेमिनार हॉल के नवीनीकरण की आवश्यकता काफ़ी समय से महसूस की जा रही थी क्योंकि यह 50 साल से भी अधिक पुराना होते हुए बिना प्लास्टर की पट्टियों की छत और चूना मसाला प्लास्टर की दीवारों वाला था जो आज की परिस्थितियों के अनुसार कालातीत (out of date) हो गया था। इस बात को जब विगत वर्ष सन् 2014 के स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि और 1964 के बैच के पूर्व छात्र श्री रामपाल सोनी के सामने रखा गया तो उन्होंने सहर्ष एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता इस संस्था को उक्त काम के लिये उपलब्ध कराने का वादा किया।  अधिक विवरण आगे पढ़िये -

श्री सी आर बी राव स्मृति पुरस्कार – 2015 प्रद्त्त


संस्था के 49 वें स्थापना दिवस (दिनांक 9-5-2015) के दौरान विद्याभवन पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों में सर्वोत्तम छात्रा (Best Student - Female) का निर्धारित मापदंडों के अनुसार चयन कर सुश्री मीनल भारद्वाज को पूर्व प्राचार्य श्री बी एल जैन के करकमलों से प्रदान किया गया । श्री सी आर बी राव इस पॉलिटेक्निक के द्वितीय प्राचार्य थे जिन्होंने 1956 से 1977 तक इस पॉलिटेक्निक के प्राचार्य का कार्यभार संभाला । उनके परिजनों के आर्थिक सहयोग से यह पुरस्कार प्रारंभ किया गया है जो हर वर्ष दिया जायगा ।

Friday, 5 June 2015

श्री सी एस एल अग्रवाल स्मृति पुरस्कार – 2015 प्रद्त्त


संस्था के 49 वें स्थापना दिवस (दिनांक 9-5-2015) के दौरान विद्याभवन पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों में सर्वोत्तम छात्र (Best Student - Male) का निर्धारित मापदंडों के अनुसार चयन कर श्री चंद्र कांत कुशवाह को अग्रवाल परिवार के सदस्यों के करकमलों से प्रदान किया गया । श्री सी एस एल अग्रवाल (चंद्र शेखर लाल अग्रवाल) इस पॉलिटेक्निक के प्रथम प्राचार्य थे जिन्होंने 1956 से 1977 तक इस पॉलिटेक्निक के प्राचार्य का कार्यभार संभाला । यह पुरस्कार श्री अग्रवाल साहब के परिजनों के आर्थिक सहयोग से इस वर्ष से प्रारंभ किया गया है और हर वर्ष देना प्रस्तावित है ।